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Punjab: बदमाशों की हरकतें जारी, सतलुज एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी; तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल

Punjab: पंजाब के लुधियाना जिले में बड्डोवाल स्टेशन के पास गुरुवार शाम को बदमाशों ने सतलुज एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की। इस घटना में एक चार साल के बच्चे सहित तीन लोग घायल हो गए। घायलों को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चे की गंभीर चोटों के चलते उसे सिविल अस्पताल रेफर किया गया, जहां से उसे बाद में पीजीआई चंडीगढ़ के लिए भेजा गया।

Punjab: बदमाशों की हरकतें जारी, सतलुज एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी; तीन बच्चे गंभीर रूप से घायल

घटना की जानकारी

सतलुज एक्सप्रेस जो फिरोजपुर से चंडीगढ़ जा रही थी, बड्डोवाल स्टेशन के पास जब अचानक पत्थरबाजी शुरू हुई, तो यात्री दहशत में आ गए। इस पत्थरबाजी में एक चार साल का बच्चा प्रिंस गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रिंस की माँ, सविता ने बताया कि वह अपने बच्चे के साथ थरिके गांव स्थित अपने मायके जा रही थी। अचानक पत्थर गिरने से उनके बच्चे सहित दो अन्य लोग घायल हो गए।

घायलों की स्थिति

घायलों को तत्काल रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बच्चे की गंभीर चोटों को देखते हुए उसे सिविल अस्पताल रेफर किया गया। सिविल अस्पताल ने बच्चे की स्थिति को गंभीर मानते हुए उसे पीजीआई चंडीगढ़ के लिए भेज दिया। बच्चे को सिर में गंभीर चोट आई है और उसकी हालत नाजुक है।

पुलिस की कार्रवाई

फिरोजपुर डिवीजन के सीनियर डीएससी ऋषिपाल ने इस घटना को दुखद बताया और कहा कि पुलिस जांच में जुट गई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि जल्द ही आरोपियों की पहचान की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। इस घटना के बाद से क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति को लेकर चिंताओं का सामना करना पड़ रहा है।

पूर्व की घटनाएँ और सुरक्षा चिंताएँ

हाल ही में ऐसे ही घटनाओं की एक श्रृंखला ने लोगों में असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है। बदमाशों द्वारा रेलगाड़ियों पर पत्थरबाजी की घटनाएँ लगातार हो रही हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल को इस समस्या को गंभीरता से लेकर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

सामाजिक प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद से स्थानीय निवासियों और यात्रियों में गुस्सा और चिंता फैल गई है। लोगों का कहना है कि ऐसे घातक हमलों को रोकने के लिए प्रभावी सुरक्षा प्रबंध किए जाने चाहिए। समाजिक संगठनों और नागरिक समूहों ने रेलवे सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की है ताकि यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिल सके।

निष्कर्ष

सतलुज एक्सप्रेस पर हुए इस पत्थरबाजी के मामले ने एक बार फिर रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंता को जन्म दिया है। यह घटना न केवल घायलों के लिए एक बड़े खतरे का संकेत है बल्कि यह भी दर्शाती है कि समाज में असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल को चाहिए कि वे इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं और सुनिश्चित करें कि यात्रियों को सुरक्षित और निर्बाध यात्रा का अनुभव प्राप्त हो।

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